महिलाओं के लिए एक ऐसी योजना, जिसमें बिना गारंटी मिल सकता है तीन लाख तक का लोन

नई दिल्ली महिलाओं को स्वरोजगार और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार की उद्योगिनी योजना एक अहम पहल मानी जा रही है। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर और मध्यम वर्ग की महिलाएं बिना किसी गारंटी या संपत्ति गिरवी रखे 1 लाख से 3 लाख रुपये तक का लोन प्राप्त कर सकती हैं। योजना का उद्देश्य महिलाओं को छोटे व्यवसाय शुरू करने या मौजूदा कारोबार को आगे बढ़ाने में वित्तीय सहायता देना है।
यहां बताते चलें कि उद्योगिनी योजना की शुरुआत कर्नाटक सरकार द्वारा की गई थी, जिसे बाद में अन्य राज्यों ने भी अपनाया। कई राज्यों में यह योजना महिला विकास निगम, उद्योग विभाग और सरकारी बैंकों के माध्यम से संचालित की जा रही है।
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें कॉल्लेटरल फ्री लोन दिया जाता है, यानी लोन लेने के लिए किसी गारंटर, जमीन या प्रॉपर्टी की आवश्यकता नहीं होती।
इस योजना के अंतर्गत महिलाएं जिन छोटे व्यवसायों की शुरूआत कर सकती हैं, उनमें ब्यूटी पार्लर या सैलून, बुटीक और सिलाई केंद्र, किराना या जनरल स्टोर, डेयरी, पोल्ट्री या पशुपालन, फूड प्रोसेसिंग या घरेलू उद्योग, मोबाइल रिपेयरिंग, टेलरिंग आदि प्रमुख हैं। इसके लिए लोन राशि और ब्याज दर की बात करें तो लोन राशि 1 लाख से 3 लाख रुपये तक का हो सकता है। लोन की राशि बिजनेस प्लान, प्रोजेक्ट रिपोर्ट और बैंक के मूल्यांकन पर निर्भर करती है। ब्याज दर राज्य, बैंक और महिला की श्रेणी (एससी/एसटी/विधवा/दिव्यांग) के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। कुछ राज्यों में आंशिक या पूर्ण ब्याज सब्सिडी भी दी जाती है, जिससे लोन सस्ता पड़ता है।
पात्रता शर्तें
उद्योगिनी योजना का लाभ लेने के लिए, आवेदक महिला की आयु 18 से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए। महिला किसी भी बैंक या वित्तीय संस्था की लोन डिफॉल्टर न हो। सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए परिवार की वार्षिक आय 1.5 लाख रुपये तक होनी चाहिए। विधवा, तलाकशुदा और दिव्यांग महिलाएं आय सीमा से मुक्त होती हैं। स्वयं का व्यवसाय शुरू करने की स्पष्ट योजना होनी चाहिए।
जरूरी दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया
आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, आय प्रमाण पत्र, बिजनेस प्लान / प्रोजेक्ट रिपोर्ट,
जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), बैंक खाता विवरण, प्रशिक्षण या अनुभव प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध)। आवेदन प्रक्रिया की बात करें तो उद्योगिनी योजना के लिए आवेदन राज्य महिला विकास निगम, उद्योग विभाग, राष्ट्रीयकृत बैंक या सहकारी बैंक के माध्यम से किया जा सकता है। कुछ राज्यों में इसकी ऑनलाइन आवेदन सुविधा भी उपलब्ध है, जबकि कई जगह ऑफलाइन आवेदन स्वीकार किए जाते हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य (जानना जरूरी)
उद्योगिनी योजना महिलाओं के लिए स्वरोजगार की दिशा में एक मजबूत कदम है। फिर भी उद्योगिनी योजना पूरे देश में एक समान नहीं है, इसके नियम राज्य के अनुसार बदल सकते हैं। 3 लाख रुपये तक का लोन स्वतः नहीं मिलता, यह बैंक की स्वीकृति पर निर्भर करता है। आवेदन से पहले संबंधित राज्य की आधिकारिक वेबसाइट या बैंक शाखा से जानकारी लेना जरूरी है।
source – ems


