पर्यावरण रक्षा के संकल्प के साथ माघी पूर्णिमा पर, होली के का डंडा स्थापित
धर्म ,संस्कृति और त्योहार भारत राष्ट्र की प्रगति एवं एकता का आधार-पंडितरमादीदी
इंदौर। धर्म संस्कृति त्यौहार भारत राष्ट्र की प्रगति का आधार है इसे जुड़कर हम एकता और प्रेम सद्भाव के साथ सनातन धर्म को मजबूत बनाने का कर्तव्य पालन करें l __उक्त उद्गार गुरु माता पंडित रमा दीदी ने ,सार्वजनिक प्राचीन पंचदेव मंदिर एमआइजी कॉलोनी सेक्टर “एफ” कॉर्नर स्थित ,मंदिर परिसर चौक पर माघी पूर्णिमा के अवसर पर ,होली का डंडा स्थापित और पूजन के अवसर पर भक्त जनों एवं नागरिकों के मध्य व्यक्त कियाl
। __कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वृंदावन के भागवत आचार्य पंडित परशुराम शर्मा, एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व डीआईजी, हाईकोर्टएडवोकेट धर्मेंद्र चौधरी, समाजसेवी पत्रकार मांगीलाल चौहान, पूर्व सेल टैक्स डिप्टी कमिश्नर एडवोकेट अनिल जोशी (बिंदु)थे l _इस अवसर पर पूर्व डीआईजी हाई कोर्ट एडवोकेट धर्मेंद्र चौधरी ने कहा, पुरानी पीढ़ी के साथ नई पीढ़ी को भी संस्कृति और परंपरा से जोड़ना आज की महत्वपूर्ण आवश्यकता है पर्यावरण की रक्षा के लिए मंदिर संस्थापक, गुरुजी स्वर्गीय बाबूलाल चौधरी की प्रेरणा और संकल्प की परंपरा को निरंतर आगे बढ़ते हुए विगत दशको से लकड़ी के स्थान पर गोबर के कंडो का उपयोग कर, बगैर सड़क को खोदे और खराब किए हुए बगैर व्यवस्थित रूप से होली के डंडे की स्थापना और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मंदिर समिति और व्यवस्था पक सदस्य एवं भक्तजनों के द्वारा उठाए जाने वाला कदम अनुकरणीय और प्रेरणादाई है।
समाजसेवी पत्रकार मांगीलाल चौहान ने अवसर पर पर्यावरण संरक्षण को प्रतिपादित करते हुए कहा आज के समय पर वन निरंतरघट रहे हैं जिसकी वजह से वन प्राणी शहर और गांव में प्रवेश कर रहे हैं वहीं बिगड़ते पर्यावरण की वजह से मानव जीवन का स्वास्थ्य भी कमजोर होता जा रहा है, वन और वृक्ष की रक्षा करना वर्तमान समय में हमारी प्राथमिकता में शामिल रखने के साथ धर्म और संस्कृति परंपरा त्यौहार के माध्यम से हमें पर्यावरण संरक्षण और वृक्ष और वन सुरक्षा पर अपनी भागीदारी बढ़ाना चाहिए l __कार्यक्रम संचालन एडवोकेट अजय चौधरी ने और अंत में पंडित महेश द्विवेदी ने , भक्तजनों का आभार माना l। यह जानकारी मंदिर संरक्षक सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश चौधरी ने पर्यावरण संरक्षण संकल्प दिलवाते हुए दी है l (पर्यावरण रक्षा का संकल्प , मंदिर की मुख्य पुजारी गुरु माता पंडित रमा दीदी के साथ लेते हुए समस्त भक्तजन